टीएमबीयू में धूमधाम से मना एनएसएस का स्थापना दिवस।
टीएमबीयू में धूमधाम से मना एनएसएस का स्थापना दिवस।
टीएमबीयू में धूमधाम से मना एनएसएस का स्थापना दिवस।
छात्रों को सामुदायिक जीवन जीने और समाज सेवा का भाव सिखाता है एनएसएस : कुलपति प्रो. जवाहर लाल।
भागलपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का स्थापना दिवस समारोह रविवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में धूमधाम से मनाया गया।
टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने एनएसएस ध्वज फहराकर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलपति की अर्धांगनी डा रंजना शर्मा और कनाडा से आई उनकी सुपुत्री ज्योत्सना जवाहर विशेष रूप से कार्यक्रम में शिरकत की।
टीएमबीयू के एनएसएस के समन्वयक डा राहुल कुमार ने कुलपति सहित सभी अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह और पौधा भेंट कर किया। एनएसएस के स्थापना दिवस पर बेस्ट प्रोग्राम ऑफिसर और बेस्ट वोलेंटियर्स को भी सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्थापना दिवस के मौके पर कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने अपने संबोधन में कहा की एनएसएस छात्रों को सामुदायिक जीवन जीने के लिए सिखाता है। साथ ही छात्रों में यह आत्म विश्वास, एकता, सेवा भाव और अनुशासन की भी सीख देता है। कुलपति ने कहा की उनके जीवन में भी एनएसएस ने अमिट छाप छोड़ा है। वे खुद छात्र जीवन में पटना के वाणिज्य महाविद्यालय में एनएसएस के वोलेंटियर रह चुके हैं। इसलिए वे आज एनएसएस के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा की छात्र, शिक्षक, समुदाय और कार्यक्रम को मिलाकर एनएसएस बनता है। एनएसएस का उद्देश्य समाज व समुदाय में भावना जागृत कर मानव जाति की सेवा करना है। एनएसएस के माध्यम से कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सृजनात्मक और रचनात्मक कार्य किए जाते हैं। वीसी ने कहा की पंडित जवाहरलाल नेहरू की यह कल्पना थी की देश की युवा शक्ति को समाज कार्य में लगाया जाए और राष्ट्र शक्ति को बढ़ाया जाए। आज यह कल्पना एनएसएस के द्वारा साकार हो रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद के विचारों और सिद्धांतों पर एनएसएस काम करता है। राष्ट्रीय सेवा योजना समाज सेवा के साथ एक जुट होकर समाज में रहने का भाव सिखाता है। उन्होंने कहा की भारत युवाओं का देश है। कुल आबादी का 65 फीसदी युवा हैं।युवा शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है। कुलपति ने कहा की एनएसएस के वोलेंटियर जीवन में आगे बढ़ें, कभी निराश न हों। एनएसएस का सर्टिफिकेट नौकरी में भी काम आता है। वीसी ने कहा की मैंने जब अपनी पहली नौकरी की शुरुआत की थी तब एनएसएस का प्रमाण पत्र काफी मददगार साबित हुआ था।
कुलपति प्रो. लाल ने कहा की एनएसएस गांव और मोहल्लों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए मुहिम चलाएं। एनएसएस के वोलेंटियर्स यह बीड़ा उठाएं।
सभी छात्र और शिक्षक अपने जन्मदिन पर जरूर लगाएं पौधा : वीसी।
कुलपति ने एनएसएस के स्थापना दिवस के मौके पर मौजूद शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से अपील किया की वे अपने जन्मदिन पर कम से कम एक फलदार या छायादार पौधा अपने संस्थान में जरूर लगाएं और उसकी देखभाल भी करें। वीसी ने कहा की राजभवन ने भी विश्वविद्यालयों को हर परिसर, हरा परिसर बनाने का संकल्प लिया है। साथ ही राज्य सरकार भी जल जीवन हरियाली पर जोर दे रही है। इसी मुहिम के तहत वे टीएमबीयू में बर्थ-डे प्लांट बैंक योजना को बढ़ावा दे रहे हैं। इस योजना को सभी कॉलेजों में प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
वीसी ने कहा की पेड़-पौधे लागतार काटे जा रहे हैं। जंगल खत्म हो रहे हैं। बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी की जा रही हैं। आने वाले समय में लोगों को ऑक्सीजन के संकट से जूझना होगा। इसलिए अधिकाधिक संख्या में प्लांटेशन जरूरी है।
बहुद्देशीय प्रशाल का नाम अब दिनकर प्रशाल होगा : कुलपति।
कुलपति ने कहा की बहुद्देशीय प्रशाल का नाम बदला जाएगा। अब यह प्रशाल दिनकर प्रशाल के नाम से जाना जाएगा। वीसी ने कहा की राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। उनके सम्मान में बहुद्देशीय प्रशाल का नाम दिनकर प्रशाल होगा। साथ ही दिनकर परिसर को विकसित भी किया जाएगा।
लालबाग में बनेगा एनएसएस वाटिका।
कुलपति ने कार्यक्रम के दौरान घोषणा किया की लालबाग आवासीय परिसर में वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। वाटिका में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। जिसे एनएसएस वाटिका के नाम से जाना जाएगा। एनएसएस के द्वारा ही इस वाटिका का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। इससे लालबाग आवासीय परिसर में रहने वाले प्रोफेसरों, अधिकारियों और हॉस्टल की छात्राओं को सहूलियत होगी।
वहीं कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव डा गिरिजेश नंदन कुमार ने कुलपति से एक अलग एनएसएस भवन के निर्माण की मांग कर दी। जिस पर वीसी ने कहा की विश्वविद्यालय में पैसों की कोई कमी नहीं है। एनएसएस भवन का भी निर्माण भी होगा। वे इसके लिए पहल करेंगे। कुलपति ने कहा की आने वाले समय में एनएसएस को स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का भी जिम्मा दिया जाएगा। विश्विद्यालय में एनएसएस बढ़िया काम कर रहा है।
सभी कॉलेज अपने यहां नियमित रूप से कराएं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन।
कुलपति ने कहा की पढ़ाई के साथ साथ मनोरंजन भी जरूरी है। इसके लिए सभी महाविद्यालय अपने यहां प्रत्येक सप्ताह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करें। यूथ फेस्टिवल के अवसर पर इंटर कॉलेज कंपीटिशन करवाया जाएगा। इसके बाद इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता का भी आयोजन टीएमबीयू में होगा।
इससे छात्रों का मानसिक और बौद्धिक विकास होगा। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय में जल्द ही ‘कुछ होना चाहिए……..क्या?’ कार्यक्रम होगा। जिसमें सभी छात्रों को अपनी बात और आइडिया रखने का मौका मिलेगा।
डेंगू की रोकथाम के लिए एनएसएस चलाएं जागरूकता अभियान।
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा की भागलपुर शहर में डेंगू का प्रकोप काफी तेजी से फैल रहा है। बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। एनएसएस के वोलेंटियर्स डेंगू की रोकथाम लिए शहर के लोगों को नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रम का आयोजन कर जागरूक करेंगे।
टीएमबीयू के छात्र अब पढ़ाई के साथ साथ कमाएंगे भी।
वीसी ने कहा की विश्वविद्यालय में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। छात्र पढ़ाई के साथ-साथ कमाएं भी। उन्होंने कहा की उनकी अगली योजना है छात्रों को पढ़ाई के साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना। लर्न्ड एंड अर्न के आधार पर छात्रों को अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में एनएसएस वोलेंटियर ने लगाए चार चांद…….
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस समारोह में सभी महाविद्यालयों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। साथ ही एनएसएस की सभी यूनिट ने अपना प्रतिवेदन भी पीपीटी के माध्यम से दिखाया। न्यू होरिजन बीएड कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने जल संरक्षण पर ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी। वहीं टीएनबी कॉलेज की छात्राओं ने बेखौफ आजाद हैं हम….पर लघु नाटिका की प्रस्तुति दी। समाज, धर्म, नारी, संस्कृति, अधिकार और संविधान…..पर आधारित नाटक में छात्राओं ने जीवंत चित्रण प्रस्तुत किया। इस नाटिका में महिलाओं के अधिकारों और कर्तव्यों पर भी फोकस किया गया।
बिहार का लोक आस्था का महापर्व छठ की भी झलक कार्यक्रम में देखने को मिली। एसएम कॉलेज की छात्राओं ने छठ पूजा का चित्रण किया। छात्राओं ने छठ गीत भी गाए।
सर्व धर्म समभाव पर केंद्रित प्रस्तुति बीएन कॉलेज के छात्रों के द्वारा किया गया। प्रोग्राम ऑफिसर डा इरशाद आलम के दिशा-निर्देश में छात्रों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। गंगा जमुनी संस्कृति और भाईचारे पर आधारित इस कार्यक्रम की प्रस्तुति को कुलपति सहित सभी ने भी खूब सराहा। इसके माध्यम से हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई…..आपस में हैं भाई-भाई का संदेश दिया गया। कुलपति ने उक्त कार्यक्रम को प्रस्तुत करने वाले बीएन कॉलेज के सभी छात्रों को शाबाशी दी। उन्होंने कहा की 26 जनवरी को सभी छात्रों को सम्मानित किया जाएगा । एनएसएस के छात्र शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करें।
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा की राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र समाज सेवा में अपनी भूमिका का निर्वहन ईमानदारी और लगन से करें। स्लम बस्ती और गांवों को गोद लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। नियमित रूप से कैंप का आयोजन करें।
कार्यक्रम के अंत में कुलपति ने अधिकारियों और एनएसएस वोलेंटियर्स के संग सामूहिक रूप से हम होंगे कामयाब…….हम होंगे कामयाब एक दिन….गाकर सबों का हौसला अफजाई किया।
कुलपति की धर्मपत्नी डा रंजना शर्मा भी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुईं। जबकि कनाडा में रह रही कुलपति की बेटी ज्योत्सना जवाहर ने कार्यक्रम में शिरकत कर भारतीय संस्कृति की चर्चा की।
कुलसचिव डा गिरिजेश नंदन कुमार ने अपने संबोधन में कहा की एनएसएस का सीधा संबंध भारतीयता से है। साफ-सफाई और स्वच्छता में एनएसएस का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत वर्ष अपनी सेवा और कर्मठता के लिए जाना जाता है। प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है। हमारी भारतीय सभ्यता और संस्कृति ने मानव सेवा का भाव सिखाया है। रजिस्ट्रार ने कहा की एनएसएस से छात्रों के व्यक्तिव का विकास होता है।
डीएसडब्ल्यू डा बिजेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा की एनएसएस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने कहा की एसएसएस समाज को जागरूक करने का काम कर रहा है। शिक्षा से समाज और समाज से शिक्षा का काम हो रहा है। उन्होंने एनएसएस की महत्ता पर भी बल दिया।
एनएसएस के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर रजिस्ट्रार डा गिरिजेश नंदन कुमार, डीएसडब्ल्यू डा बिजेंद्र7 कुमार, कॉलेज इंस्पेक्टर डा संजय कुमार झा, जनसंपर्क पदाधिकारी डा दीपक कुमार दिनकर, बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डा अशोक कुमार ठाकुर, मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डा शिव प्रसाद यादव, टीएनबी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल डा संजीव कुमार सिन्हा, पीजी भूगोल विभाग हेड डा अनिरुद्ध कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।